The 5-Second Trick For lyrics of shiv chalisa
Wiki Article
अर्थ- माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
लाय सजीवन लखन जियाये। श्री रघुबीर हरषि उर लाये।।
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो । यहि अवसर मोहि आन उबारो ॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
shiv chalisa lyrics in hindi शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
शंकर सुवन केसरी नंदन। तेज प्रताप महा जग वंदन।।
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥